Friday, April 23, 2010

Fir Wohi

Relationships leave a life long impact. Even when they are left like an unfinished painting, they put their colors in our life. They were meeting each other after almost 30 years since they broke off. She was a lively young girl back then and they were madly in love with each other. Life did not go as planned, infact there was a little planning involved. And they got separated, promising never to cross each other's roads. They did not cross until this day after years, when everything they had in the past was just a blurred memory. They chose different partners, had a great life, good children and occasionaly they remembered each other. Today they crossed path, unintentionally, when they stood infront of each other, he was speechless. He could not say much. She was just like the way she had always been, happy about the past they had, not sorry about the past they did not. Future would be an End soon, and things will not matter. She still smiles and looks at him just the way she always did.


थोड़ी समज, थोड़ी झुर्रिया और थोड़े सफेद बालों में,
तुम बदली इतनी भी नही, वक़्त में क़ैद सालों में,
"काफ़ी देर हो गयी, क्या लाए हो?" तब सा पूछ के,
तुम वैसे ही मुस्कुराती हो अल्हड़ से इन सवालो में


मिलना घर के पीछे, पौधो को पानी देने के बहाने,
याद अभी है तुम्हे सोच के सुनना जगजीत के गाने,
फिर माथे पे छोटे चाँद सी बिंदी लगा तुम आती थी,
बचकानी सी बातों पे, तुम खुश होके मुस्काती थी,
थे कितनी दोपहरी ख्वाब, गन्ने के रस के प्यालों में,
तुम बदली इतनी भी नही, वक़्त में क़ैद सालों में,

पोते को अपने, "लेटेस्ट बॉय-फ्रेंड" कह मिल्वाति हो,
सालों के मेरे गम को तुम, यूँ मस्ती से झुठलाती हो,
मेरी भी एक पोती है, जिसकी तुमसी बिल्कुल आँखें है,
आशा करता हू वो जीवन का नज़रिया तुमसा पाती हो
आज में जीती रहती हो, तुम जीती थी कब ख़यालों में
तुम बदली इतनी भी नही, वक़्त में क़ैद सालों में,

आज तुम्हारी वोही तस्वीर, उभरी है उमर के जालो से,
तुम्हारे होने से होना था, अब गीत नया, नये तालो में,
तुम जैसा ना हो पाऊँ तो भी, तुम्हारे संग रहा था कभी,
था जीवन का एक हिस्सा खुश, मेरे कल के तालों में
थोड़ी समज, थोड़ी झुर्रिया और थोड़े सफेद बालों में,
तुम बदली इतनी भी नही, वक़्त में क़ैद सालों में,

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