Wrote at the time of SRK – Thakrey Controversy.
चाँद तोड़ लाने की, सब लुटाने की बातें,
में कर नही पाता तुम्हे रिझाने की बातें,
तुमसे होगी सुबह, होगी शाम तुम्ही में,
लो, मेरी भी लगती है हर दीवाने सी बातें
प्यार तो मुझे भी एक मुद्दत से रहा है,
पर रोकती रही है, कुछ ज़माने की बातें
में करना तो चाहता हू, इश्क़-प्यार की,
पर आ रही उमड़ के खोने-पाने की बातें,
कुछ मरे थे सैनिक, कल जो फिसली चट्टान थी,
शहीद भी ना हो पाए वो जो बहादुरकी जान थी,
तुम पूछती हो, गीत कोई प्रेम का गाने को,
"रंग बसंती" सोच "केसरिया बालम" गाने की बातें
कल रास्ते पे देखी सब गुलाब की थी बिक्री,
बेचने वाला सुलझा रहा, जो लाल फ़िक्र थी,
में भी गया था लेने फूल पर करके आया हू,
चारफूल बेच, मिलेगा जो वो खाने की बातें
जल उठी थी कुछ तस्वीरें धर्म-धरोहर के नाम पे,
रास्तो पे टोलिया हंगामी सरकार से थी रौफ में,
ये लोग बादशाहो को भी डरा देते है, कैसे करू इनसे,
में "तेरा सजदा दिन रैन" नही कर पाने की बातें
चाँद तोड़ लाने की, सब लुटाने की बातें,
में कर नही पाता तुम्हे रिझाने की बातें,
तुमसे होगी सुबह, होगी शाम तुम्ही में,
लो, मेरी भी लगती है हर दीवाने सी बातें
सब की तरह मुझे भी छुपाना आ गया है अब,
दिल में हो दर्द-सोग, मुँह पे तुम्हे पाने की बातें
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